ग़लतफ़हमी हो तुम
जब कोई समझ न आए या फिर उसकी बातों का अलग अर्थ मिले तो कहा जा सकता है कि कुछ ग़लतफ़हमी हो गई है। कलमकार गौरव शुक्ला 'अतुल' जी ऐसे ही कुछ भाव अपनी कविता में संबोधित करते हैं। ग़लतफ़हमी…
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March 26, 2020
जब कोई समझ न आए या फिर उसकी बातों का अलग अर्थ मिले तो कहा जा सकता है कि कुछ ग़लतफ़हमी हो गई है। कलमकार गौरव शुक्ला 'अतुल' जी ऐसे ही कुछ भाव अपनी कविता में संबोधित करते हैं। ग़लतफ़हमी…