तुम बिन हूँ उदास

जीवन में कुछ लोग इतने महत्वपूर्ण होते हैं कि उनकी कमी हमें बेचैन कर दिया करती है। कलमकार लाल देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव जी ने इस बात को अपनी रचना में संबोधित किया है। तुम बिन प्रिय मैं रहता हूँ उदास,…

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