करोना और हालात

हर तरफ आदमी का रोना है हम पे हावी अभी कोरोना है ज़िन्दगी के सफ़ेद धागों में मोतियां सब्र की पिरोना है फ़िक्र उनकी भी कीजिए थोड़ा जिनका फुटपाथ ही बिछौना है इतने आंसू बहा दिए हम ने खुश्क आंखों…

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