जश्न मनाओ उस जीत का

कलमकार विकास सिंगौर की एक रचना पढें जिसमें वे लिखते हैं कि जीत का जश्न ऐसा हो किसी दूसरे को यह न लगे कि उसकी हार हुई है। खुशियों में सबको शामिल कर उसे और बड़ी कर लेना चाहिए। जश्न…

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