मत आना घड़ियाल कोरोना

घर में बैठे बैठे यूं ही देह हमारा जकड़ गया है थे कितने बलशाली बाहर चोरी हमरी पकड़ गया है सुख चैन की नींद गवाया गाया गाना रटा रटाया खटिया खींच खांच कर देहरी पे ही राग लगाया जैसे किशोर…

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