कैसा ये वक़्त

कैसा ये अब वक्त आया है इंसान से इंसान घबराया है। स्वास्थ्य एक अनमोल ख़ज़ाना पर लापरवाही को आजमाया है। सेवा में जो लोग लगे दिन रात उनका बलिदान समझ न पाया हैं। अगर अभी भी समझ ना पाए हो…

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