कोरोना वायरस बनाम इंसानी वायरस
मैं कोरोना हूँ, बेशक थोड़ा डरावना हूँ विष लिए फिरता हूँ अपना कर्त्तव्य करता हूँ मैं एक सा रहता हूँ रूप नहीं बदलता रंग नहीं बदलता तुम इंसान हो, बेशक अद्भुत हो ज्ञान का भंडार हो मगर अब तुम्हें पहचानना…
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April 10, 2020