कलम जब भी कुछ लिखती है

कलमकार दिलवन्त कौर की यह रचना पढ़िये जो कहतीं है कि कलम जब भी कुछ लिखती है तो वह एक विचार बन जाता है, सच्चाई प्रकट करती है और मार्गदर्शन करती है। ये कलम जब भी कुछ लिखती है चोट…

0 Comments