मुझे आज भी याद है मां

मुझे आज भी याद है मांजब उंगली पकड़कर चलाने परअचानक बीच में छोड़कर मुझेखुद‌ के पैरों पर खड़ा होना सीखती थी।मुझे आज भी याद है मांतेरी ममता का मैला ऑचलजिससे सुरक्षा देकर मुझेहर कष्टो से लड़ना सिखाती थी।मुझे आज भी…

0 Comments