कविताएं अब कहाँ कवि हर एक स्मरण से कविता की रचना कर सकते हैं। यादों ने तो न जाने कितनी कविताएँ लिखवाईं हैं। कलमकार प्रीतम भी उन दिनों को याद कर कहते हैं कि ऐसा अब कहाँ? वो कॉलेज का आँगन वो साथी… 0 Comments May 11, 2020