ख़ामोशियाँ ही बेहतर है

डॉ. विभाषा मिश्र की एक रचना पढें जो कहती हैं कि खामोशी ज्यादा अच्छी होती है। दूर-दूर तक कोई तो होसुनने वाला जिसके लिएमेरी बातों का कोईमतलब भी निकलता होकोई तो हो जिसे सिर्फ़मेरी बातें सुनना पसंद होअगर कोई नहीं…

0 Comments