मैं नहीं जानता

जोड़ियाँ भगवान बनाता है - यह तो आपने सुना ही होगा। परंतु अपने साथी की कल्पना कर या फिर अपने संग उसे पाकर आप क्या कहोगे? कलमकर स्वाति बर्नवाल ने उस अभिव्यक्ति  को इन पंक्तियों में लिखा है आप भी पढ़ें।…

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