प्रलय
कह गये राम सिया से- ऐसा कलयुग आयेगा, सांस-सांस पर टैक्स लगेगा, बस लट्ठों का उपहार मिलेगा। भोजन का अम्बार तो होगा, पर दाने-दाने को मनुज तरसेगा। भीषण महामारी में भी भ्रष्टाचार पनपेगा। सांपों में जहर न होगा पर आदमी…
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May 19, 2020