नन्ही कली की पीड़ा

कलमकार शीला झाला 'अविशा' ने एक बेटी के बोल को अपनी इस कविता में लिखा है। बेटी माँ से बहुत सारी बातें और अपना दुःख बयां करना चाहती है लेकिन... मां! मै तेरी नन्ही गुड़िया हां मैं ही तो हूं…

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