Tag: कोरोना वायरस
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भाग कोरोना भाग
कोरोना की जात नहीं, कोरोना की कोई पात नहीं, जात- पात विहीन कोरोना, जिसका कोई धरम नहीं, भाग कोरोना भाग। कोरोना मानव नहीं, कोरोना कोई प्राणी नहीं, बस केवल है वायरस कोरोना, वायरस का वजूद नहीं, भाग कोरोना भाग। कोरोना राग नहीं, कोरोना कोई अनुराग नहीं, राग- अनुराग से विरक्त कोरोना, विरक्त से जगत का…
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वो सुहाना सफर
वो सुहाना सफर, किसे थी ये खबर, ये भी दिन आएगें. हम चले थे कहाँ, आ गये हैं कहाँ, ये भी दिन आयेगे. भागमभाग जीवन, मन में था कुछ लगन, ठहर जायेगे. अब दिल डरता है, मन मचलता है, जीवन गया है ठहर. राह सूझे ना, मन तो बूझे ना, क्या करू अब किधर. कभी…
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मौत के दरवाजे पर खड़ा हूँ
मेरी ऐसी स्थिति नहीं कि अभी मैं मारा जाऊँ और न मेरी मौत आई है मैं बिल्कुल स्वस्थ हूँ पर मैं मौत के दरवाजे पर खड़ा हूँ। अपने लिए नहीं, और न केवल अपने परिवार के लिए बल्की अपने देश के लिए, अपने देशवासियों के लिए, क्योंकि देश का हर व्यक्ति हमारे परिवार का सदस्य…
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मत आना घड़ियाल कोरोना
घर में बैठे बैठे यूं ही देह हमारा जकड़ गया है थे कितने बलशाली बाहर चोरी हमरी पकड़ गया है सुख चैन की नींद गवाया गाया गाना रटा रटाया खटिया खींच खांच कर देहरी पे ही राग लगाया जैसे किशोर कुमार बने थे गला हमारा अकड़ गया है जितना मेरा दुलार भया है बचपन सारा…
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दरिंदों की कमी नहीं
आज देश कोरोना से लड़ रहा बालात्कार का केश, दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है तीसरी विश्वयुद्ध जैसी हालात है पर, उन दरिंदों की कमी नहीं जो राह पर शिकारी बन बैठा है मदद करने नहीं साहब दमन, शोषण करने लड़कियों की, चीख सुनने। संकट के समय, साथ होगा हर कोई पर, इन दरिंदों की भूख…
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बाहर निकलने की गलती मत कर
बाहर निकलने की गलती मत कर खुद से तू ऐसी यह गद्दारी मत कर। ये दुनिया तो तेरी अपनी ही है समझदारी तू ऐसी तो मत कर। हाथ मिलाना इतना जरुरी तो नहीं थोड़ा दूर से नमस्कार तो तू कर। जो कोरोना वायरस से पीड़ित है उनसे संपर्क की कोशिश मत कर। बाहर निकलना जरूरी…
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एक दिया जलाना है
कोरोना को हराना है हर देहरी दरवाज़े पर एक दिया जलाना है, दिव्यपुंज से प्रकाशित नया सवेरा लाना है। कोरोना को हराना है।। स्याह अमावस की रात को दीप क्रमिका से सजा कर नया सवेरा लाना है। एक दिया जलाना है। नया चमकता सवेरा लाना है। कोरोना को हराना है।। ~ अनुराग मिश्रा ‘अनिल’
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जगमगाया हिन्दुस्तान
जगमगाया हिन्दुस्तान, देवलोक है परेशान, ये ये जगमग ज्योति कैसी है, ये जगमग ज्योति कैसी है? क्या विश्वगुरु भारत अब जाग गया है, कोरोना जैसा रोग क्या भाग गया है, कैसी ये शंख ध्वनि, कैसा नाद है, सारा विश्व देख रहा कैसी फरियाद है, जीवन को जगाने का आह्लाद है, देवराज आओं, ग्रह, नक्षत्र आओं…
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कोरोना: कलमकारों की अभिव्यक्तियां
कोरोना • लॉकडाउन • बचाव चलो लॉकडाउन को खास बनाते हैं चलो फासलों का फायदा हम उठाते हैं, इन दूरियों में इश्क आजमाते हैं। तुम घर पर रहो अपने मैं भी रहूँ घर में, चलो इक्कीस दिन बिना मिले बिताते हैं। महसूस करो तुम भी अपनी चाहत की गहराई को, चलो इन लम्हों को अब…
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पलायन
बेरोजगारी, गरीबी और मजबूरी ने मिलकर एक व्यक्ति इतना तंग किया, एक दिन वह बोरिया विस्तर लादकर घर छोड़कर चल दिया। सोचा! क्या करुँगा, कहाँ जाऊँगा मन मे बडा़ उदास था, कुछ भी करूँगा पर घर लोटकर नहीं जाऊँगा ये उसे विश्वास था। पहुँचा कहीं, फिर उसे दो रोटी का गुजारा मिल गया, जैसे डूबते…
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मृत शरीर सा छाती लिए
मै इलाहाबाद का नैनी वाला नया पुल भाई मेरी उदासी का हाल क्या जाने कोई? कभी सभी टहलते थे, मेरी छाती पर अपनों के संग और अकेले भी प्रेमी जोड़े इंतज़ार में करते हुए एक दूसरे की रति के लिए छोटे बच्चे परिवार संग, पत्नियां अपने प्रिय अप्रिय पतियों को लेकर देशी विदेशी पर्यटक दिन…
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शुक्रगुज़ार हैं प्रधानमंत्री जी के
सच कहूँ जब मैंने भी सबकी भांति सुना दीपक जलाना है तो लगा ठीक है अच्छा है इसी बहाने बिन त्यौहार त्यौहार मना लेंगे उत्सुकता जरूर थी कि इस अजीबोगरीब माहौल में आज कुछ अलग सा होगा सकारात्मक भाव लिए मन को बहलाया जा रहा था ये भी ज्ञान था कि इसे आशा का दीपक…
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देखा मिसाल दुनिया ने
संकल्प, इच्छाशक्ति की राशि विशाल दुनिया ने एकता के हिंद की, देखा मिसाल दुनिया ने विश्वास की परिधि ने हर मन को था घेरा हुआ लग रहा था रात में कि, जैसे सवेरा हुआ था हर तरफ प्रकाशमान दीप इतने जल उठे बंद सारी बत्तियां थीं पर न अंधेरा हुआ नौ मिनट में सदियों सा…
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अंधकार से प्रकाश की ओर
दीप जलाकर हमने दे दिया एकता का संदेश, सबको दिखलाया सदियों से महान भारत देश। अचानक इस विपत्ति का हम करेंगे मुकाबला, एक रहेंगे सदा, हम अकबर डेविड या सुरेश।। पूरी दुनिया को हमने एकता का पाठ पढ़ाया, वसुधैव कुटुंबकम का सदैव ही बात बताया। जब भी हिम्मत हार चुके हैं पूरी दुनिया वाले, हौसला…
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दीप हम जलाएंगे
दीप हम जलाएंगे, अंधकार निराशा को हम मिटाएंगे मन में जीत की आशा जागयेंगे, कोरोना को हराएंगे जाति-धर्म से ऊपर उठ कर, एकता को दिखाएंगे राजनीति से हट कर, हम राष्ट्रीय हित अपनाएंगे भारत के नागरिक का, कर्तव्य हम निभाएंगे सामाजिक दूरी ध्यान में रखकर, कोरोना वारियर्स बनकर डॉक्टर – पुलिस प्रशासन – सफाई कर्मचारी…