कोरोना से नहीं डरना
कोरोना से नहीं डरना बस ये ध्यान रखना न तो गले लगाना न ही आपस मे चूमना बस दोनो हाथ जोड़ के दूर से नमस्कार ही करना पुरानी संस्कृति देश वाली भारतीयता का पालन ही करना। जीवों पर दया करना…
कोरोना से नहीं डरना बस ये ध्यान रखना न तो गले लगाना न ही आपस मे चूमना बस दोनो हाथ जोड़ के दूर से नमस्कार ही करना पुरानी संस्कृति देश वाली भारतीयता का पालन ही करना। जीवों पर दया करना…
इमरान सम्भलशाही की एक व्यंग्य रचना, जो कहतें हैं कि हमारी प्रतिक्रियाओं से कोरोना भी दर गया। किन्तु हम सभी को सजग रहने की आवश्यकता है। हुंकार दे दिया, कुर्ता संग पहना जॉकी हैगिलास सज़ गई, देखो दूर खड़ा साकी…
कोरोना वायरस जिस तरह पूरे विश्व मेन मानव जाति को क्षति पहूँचा रहा है, उस पर कलमकार देवकरण गंडास "अरविन्द" चिंतित हैं और कहते हैं की तुम तो बस्तियां ही उजाड़ दोगे। धमा चौकड़ी खूब हो गई और खूब कर…
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है और इससे बचाव के लिए सब अपने घरों में अकेले रह रहें हैं। लोगों से दूरी बनाना अनिवारी हो गया है, यही सब माहौल देखते हुए कलमकार इमरान संभलशाही ने अपने विचार इस…
कोरोना महामारी से मुक्ति पाने के लिए प्रार्थनाएँ भी कि जा रहीं हैं। कलमकार राज शर्मा ने एक कविता में अपनी विनती को लिखा है। प्रथम सुमिरौ श्री राम को, दूजे विराट हनुमान को। संकट विकट प्रभु जानके, आन उबारो…
आज से इक्कीस दिन लॉक डाउन कोरोना पर शुरू हुआ कम डाउन सिंगापुर जैसे देशों से लिया अनुभव सामाजिक दूरियों से ही होगा संभव प्रधानमंत्री के इस फैसले को माने घर से बाहर नहीं निकलने का ठाने दुनिया में फैले…
कोरोना से सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। कलमकार अभिषेक कुमार कहते हैं कि घर पर ही रहें। कोरोना कोई छोटी बीमारी नहीं ये तो एक महामारी हैं, इससे पूरी दुनिया ही अब त्राहि-त्राहि है, आओ हम सब मिलकर करें इस…
पूजा कुमारी साव देशवासियों से कहतीं हैं की कोरोना से मत डरिए बल्कि सावधानी बरतकर इसे निश्तेनाबूत कर दीजिए। चारों ओर है कोरोना का कहर सब कह रहे, कोरोना से ना डर आतंक सबमें छाया है यह तो, चाइना से…
कोरोना से लड़ने के लिए हम तैयार हैं, लोगों दूरियाँ बनाकर हम इससे बचेंगे। कलमकार रोहिणी दूबे की कविता में हमारी तैयारी पढ़ें। हम तैयार हैं यह समय जो चल रहा हम मनुष्यों को सावधनी बरतने का एक-दूसरे से एक…
कलमकार क्षमा दूबे भी वैश्विक महामारी कोरोना वयरास से चिंतित होकर इन पंक्तियों में सावधानी, सुरक्षा और बचाव की बातें बताईं हैं। रोते-रोते है मुस्काना, दुख है तो खुशियों का आना! निश्चित है निशान्तर प्रभा, तय है धूपान्तर में छाया!!…
कोरोना वायरस से इन दिनों सभी आतंकित हैं। कलमकार प्रीति शर्मा ने हम सभी को सजग रहने और मिलकर इससे अपना बचाव करने को कहा है। मिलकर कदम बढ़ाना होगा। सृष्टि पर आए संकट से, सबको हमें बचाना होगा।। कोरोना…
कलमकार आनंद सिंह ने हास्य कविता के रूप में लोगों तक कोरोना की जानकारी पहुंचने की कोशिश की है। लोगो में सतर्कता की जरूरत तो है साथ ही यह भी ध्यान रखना है की डर और अफ़वाह का माहौल ना…
कलमकार पूजा साव ने कोरोना वायरस से दृढ़ता के साथ लड़ने और सरकार के नियमों के पालन की बातें अपनी कविता में की हैं। मानवता की बात, कही प्रिय प्रधानमंत्री ने संयम, संकल्प से लड़े करोना से डटे रहेंगे और…
कोरोना जैसी महामारी से हमें बहुत ही सावधानी के साथ बचाव करना है। कुमार लीशान कीर्ति कहते हैं कि आओ एक मुहिम चलाए और मिलकर कोरोना को भगाए। आओ एक मुहिम चलाए मिलकर कोरोना को भगाए इससे क्या घबड़ाना है…
कोरोना एक रोग संक्रामक मजाक इसे बनाओ ना। तोड़ के संक्रमण की कड़ियाँ दूर इसे भगाओ ना। चीन इरान , जापान अमरिका भुगत रहा इसके परिणाम। हे भारती के मानस पुत्रों इसको यूँ झुठलाओ ना। संयम और समझदारी से मिलकर…
कलमकार देवकरण अरविन्द लिखतें हैं कि यदि सावधानी नहीं बरतेंगे तो कोरोना से बच पाना मुश्किल है। जद में आ रहा है विश्व सारा ध्यान रखो अब ज्यादा तुम्हारा फैल रही है कोरोना महामारी नहीं सजग रहे तो बारी तुम्हारी।…
भारत देश में २२ मार्च २०२० को जनता कर्फ़्यू लगा हुआ था और सभी नागरिकों ने भरपूर सहयोग दिया। यह कोरोना वायरस से दूरी बनाए रखने के लिए उठाया गया एक कदम था। कलमकार स्नेहा कुमारी इससे गौरान्वित होकर यह…
कोरोना वायरस से दूरी बनाए रखने के लिए २२ मार्च २०२० को देश में जनता कर्फ़्यू का आवाहन प्रधानमंत्री ने किया था और यह सफल भी रहा, सभी नागरिकों ने भरपूर सहयोग दिया। कलमकार विजय कनौजिया कुछ पंक्तियाँ प्रस्तुत कर…
कलमकार साक्षी सांकृत्यायन कोरोना महामारी के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए चंद पंक्तियाँ हम सब के समक्ष प्रस्तुत कीं हैं। इस धरा पर आज है आई ये कैसी लाचारी है जन-मानस का विनाश करने आई ये बीमारी है।…
कोरोना से लड़ने के लिए भारतवासी तैयार हो गयें हैं और सरकारों ने कड़े कदम भी उठाएँ हैं। कलमकार अनुभव मिश्रा लिखते हैं कि इससे लड़ने के लिए हम तैयार हैं। खुशहाली से धरती पर जनजीवन चलता जा रहा था, खबर…